कथा वाचिका संगीता शास्त्री ने भगवान कृष्ण व सुदामा की मित्रता का प्रसंग

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मसौली बाराबंकी। कस्बा मसौली के मोहल्ला भूलीगंज मे चल रही श्रीमद् भागवत कथा मे कथा वाचिका संगीता शास्त्री ने भगवान कृष्ण व सुदामा की मित्रता का प्रसंग सुनाया कथा सुन पांडाल में मौजूद श्रोता भाव विभोर हो गए। कथावाचिका संगीता शास्त्री ने कहा कि जो जीव भगवान को अपना मित्र बनाता है भगवान उसके कष्टों को मिटा कर अपने जैसा बना लेते हैं।


भगवान श्रीकृष्ण एव सुदामा की मित्रता की कथा सुनाते
हुए कहा कि जब भगवान कृष्ण ने अपने पुराने सखा जो दीन हीन हालत में थे, उनके चरण पखार कर चावल का रसास्वादन किया। तीन मुट्ठी चावल के बदले तीन लोकों का राज्य देने का मन बना लिया था। इसका तात्पर्य है कि मित्रता में एक दूसरे का सहयोग अत्यंत महत्वपूर्ण है। इसमें कोई छोटा बड़ा नहीं होता। सत्ता पाकर व्यक्ति को घमंड नहीं करना चाहिए। बल्कि उसे श्रीकृष्ण जैसा विनम्रता एवं उदारता का आचरण अपनाना चाहिए। जो इंसान श्रीकृष्ण के जैसा आचरण अपना लेता है। वह संसार के मोह माया से पूरी तरह त्याग कर देता है। संगीता शास्त्री ने बताया कि जब सुदामा अपने मित्र श्रीकृष्ण से मिलने के लिए पहुंचे उन्होंने दौड़कर सुदामा के चरण पकड़ लिए और उनका आशीर्वाद लेकर अपनी राजगद्दी पर बैठाया। इसके अलावा भगवान के गोलोकधाम जाने की कथा सुनाई।
इस मौके अशोक वर्मा, मनमोहन वर्मा, राजेंद्र कुमार वर्मा, जितेंद्र वर्मा, अंबरीश वर्मा सहित भारी संख्या मे भक्तगण मौजूद रहे।। रिपोर्ट- महेन्द्र कुमार श्रीवास्तव

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