भगवान इतने दयावान है कि उनके याद करने से पापी भी तर जाते हैं

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बनीकोडर बाराबंकी, भगवान इतने दयावान है कि उनके याद करने से पापी भी तर जाते हैं ।अहंकार को भगवान ने दूर किया धर्म को रखने के लिए उन्होंने अपने धर्म को मिटाने का काम किया। उक्त विचार श्रीमद् भागवत कथा के चौथे दिन ग्राम गाजीपुर आयोजक धीरज यादव के निवास पर मैनपुरी से पधार कर आई बाल व्यास देवी सुपरस्टार गोल्डी शास्त्री जी ने कहा। उन्होंने कहा कि भगवान के 24 अवतारों में से आज 52 अवतार की कथा हुई, जिसमें भगवान 52 बनकर राजा बलि के दरवाजे भीख मांगने पहुंचे ,राजा बलि ने उन्हें दिल खोलकर दान दिया। साढ़े तीन कदम भूमि दान मांगी ।

जिसमें से तीन कदम से तीनों लोक नाप लिए जब आधा बाकी रह गया तो दान करने वाले भक्त ने कहा आधे कदम से हमारे शरीर नाप लो ।

भक्त बली के भाव से भगवान ने उन्हें दो वरदान देकर धन्य किया। इसके पश्चात कथा वाचिका गोल्डी शास्त्री जी ने भक्तों को पापी अजमेल की कथा को विस्तार पूर्वक सुनाया, जिसे सुनकर भक्तों ने खूब सराहा और ताड़ी बजाने के लिए मजबूर हो गये। इस अवसर पर क्षेत्र के तमाम ग्रामीण भक्त मौजूद रहे।

रिपोर्टर
डॉ एम एल साहू आवाज़ ए जिंदादिल ब्यूरो प्रमुख उत्तर प्रदेश।

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