बड़ेल के ढीमर तालाब पर लोगों ने कर रखा है अवैध अतिक्रमण
रिपोर्टर रहमान अली खान
पंचायत व्यवस्था के समय से नगरीय क्षेत्र में आने के बाद तक कभी भी नहीं हुई तालाब की सफ़ाई
बाराबंकी। () किसी समय में सबसे क़ीमती और बड़ी रही ग्राम पंचायत बड़ेल की हालत आज भी विकास की पटरी से हटकर है। बड़ेल आबादी के अन्दर ढीमर तालाब में बरसात और नाले आदि का तमाम पानी इसी में बहकर आता है। एक समय था जब पूरी बरसात बीत जाने के बाद भी ढीमर तालाब कभी ऊपर तक नहीं भर पाता था। लेकिन आज तालाब तथा नुज़ूल की भूमि पर अवैध अतिक्रमण के चलते बारह महीने तालाब पानी से भरा रहता है। और एक ही बारिश में पानी तालाब से लौट कर सड़कों पर भर जाता है।
इंटर लॉकिंग सड़कों पर पानी भरे रहने से सरकार के लाखों रुपए की लागत से बने मार्ग बद से बद्तर हो जाते हैं। क्षेत्र वासियों का कहना है कि यदि ज़िलाधिकारी बाराबंकी तथा अन्य प्रशासनिक अधिकारी इस ओर ध्यान दें समस्या का हल आसानी से निकल सकता है। लोगों के अनुसार यदि तालाब और नुज़ूल की ज़मीन की पैमाइश कराकर अवैध ज़मीन को मुक्त करा दिया जाए तो लाखों रुपए की सरकारी ज़मीन तमाम सार्वजनिक कार्यक्रम हेतु लोगों की ज़रुरतों को पूरा कर सकती है।