मां का अल्ट्रासाउंड करने पहुंचे पत्रकार से जिला अस्पताल के टेक्नीशियन ने मांगे ₹100 की रिश्वत
रिपोर्टर रहमान अली खान
उत्तर प्रदेश सरकार जहां लोगों को स्वास्थ्य संबंधित बेहतर सुविधाएं देने का काम कर रही है और बड़े-बड़े दावे भी किया जा रहे हैं वही बाराबंकी जिले का स्वास्थ्य विभाग गरीबों का खून चूसने में आमादा है हम बात कर रहे हैं बाराबंकी के जिला अस्पताल की जहां परउत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक कई बार निरीक्षण कर चुके हैं और लोगों बेहतर सुविधा देने का भरपूर प्रयास कर रहे हैं लेकिन वही जिला अस्पताल में तैनात कुछ डॉक्टर और टेक्निशियंस लोगों को परेशान करने में नहीं चूकते पूरा मामला जनपद बाराबंकी के जिला अस्पताल का है जहां पर पत्रकार उस्मान अली अपनी मां का अल्ट्रासाउंड कराने जिला अस्पताल पहुंचे समय लगभग 10:00 बज रहा था तो उन्होंने टेक्नीशियन सुमन चतुर्वेदी से कहा मेरी माता जी का अल्ट्रासाउंड करवा दीजिए टेक्निशियन सुमन चतुर्वेदी ने तुरंत ही ₹100 की डिमांड कर दी वही पत्रकार उस्मान अली ने अपना परिचय देते हुए बताया श्रीमान जी मैं पत्रकार हूं आपसे सहयोग की अपेक्षा रखता हूं आपने तो हम ही से ₹100 के डिमांड कर डाली चलिए ठीक है मैं इस विषय पर सीएमओ साहब से बात कर रहा हूं पत्रकार ने तुरंत 10:25 पर सीएमओ से अपनी माताजी का अल्ट्रासाउंड करने की फोन लाइन से बात की तो सीएमओ अवधेश कुमार ने कहा जाइए मैं कह दे रहा हूं और मेरी बात करवा देना और उन्होंने सुमन चतुर्वेदी की ₹100 डिमांड वाली बात को नहीं कहा फिर भी सुमन चतुर्वेदी ने ना तो सीएमओ साहब के आदेश का अनुपालन किया बल्कि अल्ट्रासाउंड करने से मना कर दिया कहां जाओ कल आना नहीं हो पाएगा जो करना होगा कर लेना अल्ट्रासाऊंड टेक्निशियन सुमन चतुर्वेदी लंबे समय से बाराबंकी जिला अस्पताल में कार्यरत है काफी लंबे समय से जमे होने के कारण किसी भी सम्मानित व्यक्ति को अपमानित करने में जरा भी देर नहीं लगता है l
और रिश्वत के मामले में भी इससे पहले कई इसकी शिकायत आ चुकी है लेकिन जिले का स्वास्थ्य विभाग टेक्नीशियन सुमन चतुर्वेदी को हटाने का काम नहीं कर रहा है जबकि काफी गुस्सैल मिजाज लोगों को अनाप-शनाप बोल देने वाले इस व्यक्ति के बारे में अगर किसी को थोड़ी सी भी जांच इंक्वारी करनी हो तो सुबह जाकर अल्ट्रासाउंड के समय मरीज से इसके स्वभाव और आचरण के बारे में जानकारी की जा सकता है जहां लोगों को यह खूब परेशान और छकाया करता है अब देखना यह है कि ऐसे टेक्निशियन जो की काफी समय से जिला अस्पताल में जमे हुए हैं इन पर जिले के आला अधिकारी सीएमओ अवधेश कुमार यादव जी क्या कार्रवाई करते हैं और इस प्रकरण में क्या संज्ञान लेते हैं जब सिविल सिटीजन के लिए इस रवैया का टेक्नीशियन काम करता है तो आम नागरिक के लिए कितना निर्दय हो सकता है देखने वाली बात ये है ऐसे डॉक्टर और टेक्नीशियन पर जिले के आला अधिकारी क्या कार्रवाई करते हैं