शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर स्थानीय संवाददाता ने क्षेत्र के शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं से जानकारी प्राप्त की

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शिक्षक दिवस की पूर्व संध्या पर स्थानीय संवाददाता ने क्षेत्र के शिक्षकों एवं शिक्षिकाओं से जानकारी प्राप्त की

बनीकोडर बाराबंकी ,
शिक्षक महासभा के प्रदेश उपाध्यक्ष तेज कुमार उपाध्याय शिक्षक दिवस के बारे में बताते हुए कहा की गुरुओं का दर्जा भगवान से ऊंचा होता है अर्थात गुरु और शिष्य के बीच आत्मिक संबंध होना चाहिए, कबीर ने कहा है की, गुरु कुम्हार शिशु कुंभ है, गढ़ गढ़ काढ़े खोट , भीतर हाथ सहाय दे, बाहर मारे चोट, गुरुओं के आशीर्वाद से कबीर को कलम कागज और स्याही की जरूरत नहीं पड़ी , गुरु सच्चा कलाकार होता। जो शिष्य के चरित्र और भविष्य का निर्माण करता है।


शिक्षकों को अपने मर्यादा में रहना चाहिए, अध्यापकों की पहचान अपने पढ़ाई हुई शिष्यों से होती जैसे कबीर ने अपने गुरु रामानंद जी का बड़ा सम्मान करते थे।


श्री राम अभिलाष स्मारक इंटर कॉलेज चौरी अलादपुर के प्रधानाचार्य उमाशंकर शुक्ल ने शिक्षक दिवस पर बताया शिक्षक समाज का दर्पण होता है यदि शिक्षक ने शिष्यों को संस्कार पूर्वक शिक्षा दी है तो छात्र शिक्षकों का बहुत सम्मान करते हैं और समाज में उसकी कीर्ति फैल जाती है। पं एस के जी इंटर कॉलेज गाज़ीपुर ललित कुमार पांडे ने बताया शिक्षक एक मोमबत्ती के समान होता है जो स्वयं जलकर अपने छात्रों के जीवन में ज्ञान रूपी प्रकाश फैलाकर उनको सफलता की ओर अग्रसर करता है।


मैं अपने सभी शिक्षकों को प्रणाम करता हूं, जिनके आशीर्वाद से आज इस मुकाम पर हूं।
जानकी प्रसाद वर्मा पी जी कॉलेज कोटवा सड़क की प्रवक्ता डॉ रंजना पांडेय ने बताया 5 सितंबर को डॉ सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है ।
जो शिक्षकों के योगदान को सम्मानित किया जाता है, आज के दिन शिक्षकों को सभी स्कूल के बच्चे कॉलेज के बच्चे अपने-अपने गुरूजनों को सम्मानित करते हैं।

रिपोर्टर
डॉ एम एल साहू
ब्यूरो प्रमुख उत्तर प्रदेश

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